बालोद : महिला अपने तहसीलदार पति से न्याय की गुहार लगाते हुए अपने ससुराल के बाहर बैठी रही, लेकिन न तो ससुराल के दरवाजे खुले और न ही प्रशासन ने कोई संज्ञान लिया। पीड़िता ने अब सोशल मीडिया का सहारा लेकर अपना दर्द दुनिया के सामने रखा है। मामला बालोद जिला का है।
रेनू गुप्ता नामक महिला अपने ससुराल के दरवाजे पर सुबह से लेकर शाम तक बैठी रही, लेकिन न तो सास-ससुर ने दरवाजा खोला और न ही उसके पति ने मिलने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि रेनू के पति राहुल गुप्ता छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में तहसीलदार के पद पर पदस्थ हैं। रेनू गुप्ता का विवाह वर्ष 2022 में राहुल गुप्ता से हुआ था। शादी के महज 50 दिन बाद ही राहुल ने पत्नी से किनारा कर लिया। इसके बाद से रेनू पति के साथ रहने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन उसे निराशा ही हाथ लगी।
उसने अपने ससुरालवालों से बार-बार निवेदन किया, लेकिन उन्हें घर में घुसने तक नहीं दिया गया। इस अपमान और उपेक्षा से आहत होकर रेनू ने सोशल मीडिया का सहारा लिया और अपना एक वीडियो वायरल कर दिया। वीडियो में वह अपनी पीड़ा बयां करती दिखती है और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाती है। वीडियो के माध्यम से उसने यह सवाल भी उठाया है कि क्या एक सामान्य महिला को अपने अधिकारों के लिए भीख मांगनी पड़ेगी, जबकि उसका पति एक सरकारी अधिकारी है?
स्थानीय लोगों के अनुसार, रेनू सुबह से लेकर देर शाम तक अपने ससुराल के बाहर बैठी रही, लेकिन न तो उसके पति ने दर्शन दिए और न ही पुलिस या प्रशासन ने कोई हस्तक्षेप किया। इससे स्थानीय लोगों में भी नाराजगी देखी गई। हालांकि यह मामला अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। सवाल उठता है कि एक सरकारी अधिकारी के खिलाफ उसकी पत्नी द्वारा लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष जांच कब और कैसे होगी?






















