Yog Teacher Tarun Agarwal : छत्तीसगढ़ की धार्मिक नगरी डोंगरगढ़ में एक कथित बाबा द्वारा योग आश्रम के नाम पर अय्याशी, नशे और संदिग्ध गतिविधियों का खुलासा हुआ है। आरोपी तरुण अग्रवाल उर्फ जटाधारी बाबा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। छापे में विदेशी लड़कियां, नशीले पदार्थ, सेक्स टॉय और संदिग्ध सामान बरामद हुए हैं।
मामला विदेशी फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और सेक्स रैकेट की ओर इशारा करता है। छत्तीसगढ़ का डोंगरगढ़, जो अपनी आध्यात्मिक पहचान के लिए जाना जाता था, अब इस सनसनीखेज मामले की वजह से चर्चा में है। डोंगरगढ़ की प्रज्ञागिरी पहाड़ियों के पास बने एक फार्महाउसनुमा ‘योग आश्रम’ में बाबा के वेश में छिपा एक पाखंडी, तरुण अग्रवाल उर्फ सोनू उर्फ जटाधारी बाबा, एक अंतरराष्ट्रीय सेक्स रैकेट और नशे के अड्डे का संचालन कर रहा था।
तरुण अग्रवाल का यह तथाकथित ‘आश्रम’ असल में एक आय्याशी का अड्डा बन चुका था, जहां रात के समय विदेशी लड़कियों के साथ डांस पार्टी, नशे की महफिलें और संदिग्ध गतिविधियां आम बात हो गई थीं। खुद को “अंतरराष्ट्रीय योगगुरु” बताने वाले इस व्यक्ति ने गोवा में 20 साल रहकर विदेशी संपर्क बनाए और फिर डोंगरगढ़ की शांत पहाड़ियों को ‘गोवा जैसी ज़िंदगी’ का नया अड्डा बनाने की साजिश रची।
पुलिस की छापेमारी में 2 किलो गांजा, वियाग्रा, सेक्स टॉय, नशीली गोलियां, इंजेक्शन और विदेश से मंगाए गए संदिग्ध बॉक्स बरामद हुए हैं। इसके साथ ही कई वीडियो रिकॉर्डिंग उपकरण और विदेशी युवतियों के साथ नृत्य करते वीडियो भी सामने आए हैं, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं। आश्रम को “सेठ श्री बालकिशन प्रसाद अग्रवाल मेमोरियल फाउंडेशन” के नाम से पंजीकृत किया गया था, जिससे इसे एक सामाजिक संस्थान का रूप देने की कोशिश की गई थी।
आरोपी का ताल्लुक डोंगरगढ़ के एक प्रतिष्ठित कारोबारी परिवार से है, और उसके भाई समाज में ऊंचे पदों पर रह चुके हैं। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। सोशल नेटवर्क, पासपोर्ट, बैंक अकाउंट्स, और विदेशी फंडिंग की जांच की जा रही है। मामले में देह व्यापार, मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी फंडिंग जैसे पहलुओं की गहराई से जांच हो रही है।