जांजगीर-चांपा : जांजगीर-चांपा जिले में अंधविश्वास में एक बार फिर कत्ल का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक भतीजे ने जादू-टोना के संदेह में अपने ही चाचा की धारदार हसिया से गला रेतकर मौत के घाट उतार दिया। घटना की जानकारी के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया। पुलिस ने वारदात के कुछ घंटे बाद ही आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
जानकारी के मुताबिक जांजगीर थाना क्षेत्र के पाल मोहल्ला पीपल चौक चांपा निवासी 67 वर्षीय राम प्रसाद पाल शिव मंदिर में पूजा-पाठ करता था। बताया जा रहा है कि वह अपने घर में अकेले ही रहता था। रिश्ते में उसका भतीजा अजीत कुमार पाल कोटाडबरी स्थित प्रकाश इंडस्ट्रीज परिसर में ढाबा चलाता है। आरोप है कि अजीत अक्सर अपने चाचा रामप्रसाद पर जादू-टोना करने का आरोप लगाता था।
अजीत का आरोप था कि इसी तंत्र-मंत्र के कारण से उसका ढाबा ठीक से नहीं चलता है। 21 सितंबर की शाम करीब सात बजे रामपाल के बेटे लक्ष्मण पाल की नाबालिग बेटी किराना दुकान से सामान लेकर लौट रही थी। तभी उसने देखा कि उसके बड़े पापा अजीत पाल उसके दादा राम प्रसाद पाल पर धारदार हसिया से हमला कर रहे हैं। बच्ची ने तुरंत घर जाकर अपने पिता को सूचना दी।
जब लक्ष्मण पाल मौके पर पहुंचा तो देखा कि उसके पिता सड़क पर खून से लथपथ पड़ा था। जिसके गले और कनपटी पर गहरे घाव थे। तत्काल उसे अस्पताल लेकर गए, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हत्या के इस वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटना के बाद फरार आरोपी को कुछ घंटे बाद ही घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया है।