राजनांदगाव : डोंगरगढ़ स्थित खालसा पब्लिक स्कूल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। 2 जुलाई को कक्षा 7 के 13 वर्षीय छात्र सार्थक सहारे को सामाजिक विज्ञान की शिक्षिका ने इतनी जोरदार थप्पड़ मारी कि उसके दोनों कानों की नसें क्षतिग्रस्त हो गईं, जिससे उसकी सुनने की क्षमता लगभग 80% कम हो गई। घटना तब हुई जब सार्थक ने शिक्षिका के किताब निकालने के निर्देश को नहीं सुन पाया और दोबारा पूछ लिया, जिससे नाराज होकर शिक्षिका ने उसे 3-4 थप्पड़ जड़ दिए।
मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, सार्थक की सुनने की क्षमता में भारी कमी आई है। डॉक्टरों ने ऑक्सीजन थेरेपी और स्टेरॉयड उपचार शुरू किया है। इलाज के लिए प्रतिदिन 2500 रुपये का खर्च आ रहा है, और हर चार दिन में सार्थक को रायपुर ले जाया जा रहा है। शिक्षा विभाग ने जांच के लिए टीम गठित की है, जबकि स्कूल प्रबंधन ने शिक्षिका को निलंबित कर नोटिस जारी किया है। परिजनों ने शिक्षिका की बर्खास्तगी सहित तीन मांगें रखीं। स्कूल प्रबंधन ने दो मांगें मान लीं, लेकिन बर्खास्तगी पर जांच रिपोर्ट का इंतजार है।