रायपुर : शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कचना ने सीजीएमएससी को पत्र लिखकर मेटफॉर्मिन 500mg + ग्लैमपिराइड 2mg सस्टेन्ड रिलीज़ टैबलेट के एक बैच की टैबलेट के स्ट्रिप से निकलने पर टूटने की शिकायत की थी। इस पत्र के मिलते ही सीजीएमएससी ने इस दवा पर तत्काल प्रभाव से उपयोग और वितरण पर रोक लगाई गई है। साथ ही, उपलब्ध स्टॉक को आवश्यक कार्रवाई के लिए दवा गोदामो को वापस भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
सीजीएमएससी की तरफ से कहा गया है कि अस्पतालों में केवल अच्छी और गुणवत्ता युक्त दवाइयां ही उपलब्ध कराई जाएं इसलिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसको लेकर सीजीएमएससी द्वारा नियमित तौर पर दवाइयों की गुणवत्ता जांच की जाती है। इस मामले पर मीडिया से चर्चा के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन (CGMSC) के सिस्टम में कई खामियां आ गई थी, जिन्हें सुधारने का काम सरकार ने शुरू कर दिया है।
मंत्री ने कहा कि जो भी जांच या कार्रवाई की जा रही है, उसे जनता के सामने पारदर्शी रूप से रखा जाएगा। मंत्री जायसवाल ने बताया कि अमानक दवाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। जिन दवाओं में गुणवत्ता संबंधी खामियां पाई जा रही हैं, उन्हें तत्काल प्रभाव से बाजार से हटाया जा रहा है।






















