मुरैना : मुरैना से एक ऐसी वारदात सामने आई है जिसने रिश्तों की बुनियाद को हिला दिया है। परिजनों ने 19 साल की बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी फिर शव को 21 किलोमीटर दूर कुंवारी नदी में शहर से ले जाकर गाँव भगवान सिंह का पुरा के पास फेंक दिया था। चार दिन तक परिजन इस सच को छिपाते रहे। घर के अंदर गोली लगने से युवती की मौत हुई। ऑनर किलिंग होने की आशंका है। पिता ने अंतिम संस्कार कर शव को कुंवारी नदी में बहाया। युवती का एक युवक से प्रेम प्रसंग था। जांच जारी है।
चार दिन बाद पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी जिसने इस सनसनीखेज मामले का खुलासा लगभग कर दिया है। अब पुलिस मृतिका के शव को नदी में तलाश रही है। हालांकि चंबल इलाके के मुरैना जिले में यह कोई पहली घटना नहीं है। यहाँ शान के लिए कई पिताओं ने अपनी बेटियों और बहुओं की जान ली है। इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस ने सबसे पहले लड़की के पिता को पूछताछ के लिए बुलाया और उसे कुंवारी नदी पर भी ले जाया गया जहाँ उसने बताया कि बेटी को यहाँ फेंका गया है। पुलिस के अधिकारी भी इस पूरे मामले की जांच में जुटे हुए हैं।
एएसपी सुरेंद्रपाल सिंह डावर का कहना है कि पुलिस को सूचना मिली थी कि दिव्या सिकरवार की हत्या कर शव को कुंवारी नदी में फेंक दिया गया है। जांच में परिवार के सदस्यों की संलिप्तता सामने आने की बात पुलिस को बताई गई है। पुलिस को एक फोन कॉल आया और उसी ने पूरी घटना बताई जिसके बाद पुलिस ने लड़की के पिता को पूछताछ के लिए बुलाया। तब बहुत से कड़वे सच सामने आए और पिता को साथ लेकर पुलिस कुंवारी नदी पर पहुंची जहाँ एसडीआरएफ की टीम के सहयोग से रेस्क्यू शुरू किया, लेकिन देर रात तक पुलिस को शव बरामद नहीं हुआ।
पुलिस अधिकारियों का यह भी कहना है कि मृतका के शव को कुंवारी नदी में फेंकने के लिए पिता के साथ कौन-कौन लोग गए हैं, उनसे भी पूछताछ की जा रही है। हालांकि मृतक लड़की का भाई भी अभी फरार है। जानकारी के मुताबिक दिव्या के घर के बाहर माता का पंडाल सजा हुआ था और तेज़ डीजे की आवाज़ में गोली चलने की भनक किसी को नहीं लगी। इसी दौरान दिव्या को गोली मार दी गई। परिजनों ने शव को चादर में लपेटकर घर से बाहर निकाला और पड़ोसी की कार से अस्पताल ले जाने का बहाना किया।
रास्ते में पड़ोसियों से कहा गया कि दिव्या ने खुद को गोली मार ली है। यह सुनते ही पड़ोसी घबरा गए और वे बीच रास्ते से ही लौट आए। इसके बाद शव को ट्रैक्टर-ट्रॉली से रखबन नहर के रास्ते गलेथा ग्राम पंचायत के भगवान सिंह का पुरा गाँव ले जाकर कुंवारी नदी में फेंक दिया गया। 24 सितंबर की रात मुरैना में दिव्या सिकरवार अपने ही घर में मौत की नींद सुला दी गई। आरोप है कि परिजनों ने झूठी शान के नाम पर इस वारदात को अंजाम दिया। दिव्या की हत्या के पीछे प्रेम प्रसंग की आशंका जताई जा रही है। परिजन इस रिश्ते के खिलाफ थे और इसी बात पर मौत की साजिश रची गई।