रायपुर : रायपुर में ड्रग्स कनेक्शन की जांच हर दिन नए खुलासे कर रही है। पुलिस ने ‘ड्रग्स क्वीन नंबर-2’ कही जाने वाली विधि अग्रवाल और उनकी सहयोगी नव्या मलिक से पूछताछ में कई राज उजागर किए हैं। विधि अग्रवाल और इवेंट मैनेजर ऋषीराज टंडन को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। जांच में 300 लोगों की सूची मिली है, जिनका ड्रग्स पार्टियों से कनेक्शन बताया जा रहा है।
लक्ज़री लाइफस्टाइल के वीडियो और तस्वीरें वायरल
ड्रग्स केस में गिरफ्तार की गई विधि अग्रवाल की लक्ज़री लाइफ से जुड़े वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं। पुलिस का कहना है कि विधि अग्रवाल लंबे समय से इवेंट मैनेजमेंट की आड़ में ड्रग्स का नेटवर्क चला रही थी। उनके आलीशान होटल, क्लब और फार्महाउस पार्टियों में शामिल होने वाले युवाओं की संख्या सैकड़ों में थी।

पुलिस की पूछताछ में नव्या मलिक और विधि अग्रवाल का कबूलनामा
गिरफ्तार आरोपी नव्या मलिक और विधि अग्रवाल ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया है कि वे रायपुर, पुणे, मुंबई और गोवा में टेक्नो पार्टियां आयोजित करती थीं। इन पार्टियों के जरिए हाई-प्रोफाइल लोगों तक ड्रग्स सप्लाई की जाती थी। पुलिस के मुताबिक, आरोपी हर महीने मुंबई और गोवा का दौरा करते थे और वहां से ड्रग्स लाकर नेटवर्क को सप्लाई करते थे।
इवेंट कंपनी बनी थी ड्रग्स कारोबार की आड़
विधि अग्रवाल की ‘बिहाइंड द सीन्स’ इवेंट कंपनी को पार्टियों का चेहरा बनाया गया, जबकि इसके पीछे ड्रग्स का कारोबार चलता था। आउटर एरिया के फार्म हाउसों में होने वाली पार्टियों में न केवल नशे का कारोबार होता था, बल्कि अश्लील गतिविधियों का भी खुलासा हुआ है।

उद्योगपतियों और अधिकारियों से संबंध
जांच में सामने आया है कि इस नेटवर्क के बड़े उद्योगपतियों और अधिकारियों से भी संबंध थे। मोबाइल चैट से पुलिस को खरीदारों और सप्लायरों की लिस्ट मिली है। इसमें करीब 300 युवाओं के नाम शामिल हैं, जो अक्सर क्लब और पब पार्टियों में शामिल होते थे।
कोर्ट में पेशी, जेल भेजी गईं ‘ड्रग्स क्वींस’
रायपुर की कोर्ट में नव्या मलिक, विधि अग्रवाल, ऋषिराज टंडन, मोनू बिश्नोई और हर्ष आहूजा को पेश किया गया। कोर्ट ने सभी आरोपियों को 15 सितंबर तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। इस बार पुलिस ने आरोपियों की पुलिस रिमांड की मांग नहीं की।

पुलिस अब करेगी काउंसलिंग और पूछताछ
पुलिस अब क्लब और पब संचालकों से पूछताछ की तैयारी कर रही है। वहीं, ड्रग्स नेटवर्क से जुड़े युवाओं की काउंसलिंग करने और उनके परिजनों को बुलाने का भी निर्णय लिया गया है।
रायपुर का यह ड्रग्स केस राज्य की सबसे बड़ी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है। ‘ड्रग्स क्वीन नंबर-2’ विधि अग्रवाल और नव्या मलिक की गिरफ्तारी ने न सिर्फ राजधानी बल्कि अन्य शहरों में भी हलचल मचा दी है। आने वाले दिनों में जैसे-जैसे इस नेटवर्क से जुड़े नाम सामने आएंगे, वैसे-वैसे छत्तीसगढ़ के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी नशे के कारोबार की सच्चाई सामने आने की संभावना है।