जांजगीर : जांजगीर जिला में दिनदहाड़े हुए 11.80 लाख रूपये लूट की वारदात को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही सुलझा लिया है। जिस कर्मचारी ने पुलिस को लूट की वारदात की शिकायत की थी। वहीं इस पूरी वारदात का मुख्य आरोपी निकला है। बताया जा रहा है कि इतनी बड़ी रकम पर आरोपी की नियत बिगड़ गयी थी, जिसके बाद उसने पैसों को हड़पने के लिए लूट की मनगढ़ंत कहानी तैयार कर पुलिस को सुना दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर पैसे बरामद कर जब्त कर लिये है।
गौरतलब है कि शुक्रवार की दोपहर बम्हनीडीह थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े लूट की खबर के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था। गिरिश देवांगन नामक युवक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराया था कि वह करनौद निवासी किरीत डड़सेना के यहां काम करता है। किरीत धान बेचने का काम करने के साथ ही उनकी हार्डवेयर की दुकान है। शक्रवार को किरीत ने कारोबार से मिले कैश रकम 11.80 लाख रूपये बैंक में जमा करने के लिए भेजा था। लूट का शिकार गिरीश ने बताया कि वह अपने मालिक के घर से रूपये लेकर यूनियन बैंक चांपा जा रहा था।
इसी बीच रास्ते में पुछेली गांव के बाइक सवार तीन युवक उसका पीछा कर उसकी बाइक को टक्कर मार दी और पैसे लूटकर फरार हो गये। लूट की कहानी बताने वाले गिरीश के बयान के आधार पर पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों का फुटेज चेक किया। लेकिन कहीं भी ऐसे बाइक सवार तीन युवक भागते हुए नजर नही आये। लूट की रिपोर्ट दर्ज करने वाले गिरीश देवांगन की कहानी पर शक होने के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ करना शुरू किया। काफी देर तक वह पुलिस को गुमराह करता रहा। लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उसने हकीकत उगल दिया।
बताया जा रहा है कि आरोपी गिरीश देवांगन की अपने मालिक के पैसों पर बुरी नजर थी। वह अक्सर बैंक पैसा जमा करने जाया करता था, जिससे उसके मालिक को उस पर भरोसा हो गया था। शुक्रवार को जब उसे 11.80 लाख रूपये बैंक में जमा करने के लिए मिले, तब उसकी नियत बिगड़ गयी और वह पैसों को हड़पने के लिए लूट की मनगढ़ंत कहानी बनाकर पुलिस और अपने मालिक को गुमराह करता रहा। पुलिस ने इस खुलासे के बाद आरोपी गिरीश देवांगन के पास से 11.80 लाख रूपये बरामद कर जब्त कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। कुछ देर बार ही जांजगीर एसपी विजय पांडेय इस फर्जी लूटकांड का खुलासा करेंगे।