कवर्धा : जिले के कामठी गांव में दुर्गा मूर्ति स्थापना को लेकर दो समुदायों के बीच विवाद उभर आया है। आदिवासी समाज गोंडवाना पार्टी और हिंदू धर्मावलंबियों के बीच पंडाल लगाने को लेकर मतभेद बढ़ गया। यह मामला हर साल की तरह इस बार भी धार्मिक आयोजन को लेकर भड़क गया।
विवाद की शुरुआत
स्थानीय हिंदू धर्मावलंबियों का आरोप है कि शिव मंदिर परिसर में गोंडवाना समाज के लोग दुर्गा स्थापना के लिए पंडाल लगाने से रोक रहे थे। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में जमकर बहस हुई और विवाद तेजी से हिंसक रूप ले गया। आरोप है कि ग्रामीणों ने मंदिर परिसर की बाउंड्री वॉल तोड़ दी, जिसके बाद दोनों पक्षों में झड़प हो गई।
पुलिस का हस्तक्षेप
स्थिति बिगड़ने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प भी हुई। पुलिस अधिकारियों के अनुसार कुछ पुलिसकर्मी मामूली चोटें भी झेल गए। वहीं ग्रामीणों ने पुलिस पर लाठीचार्ज और मारपीट करने का आरोप लगाया है।
गांव में तनाव
विवाद के चलते कामठी गांव फिलहाल तनावग्रस्त है। प्रशासन ने बड़ी संख्या में पुलिस बल गांव में तैनात कर दिया है और इलाके को छावनी में बदल दिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच लगातार बातचीत और समझौते के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन स्थिति अभी भी पूरी तरह शांत नहीं है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
कवर्धा के पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इलाके में हालात को काबू में करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि वे शांतिपूर्ण ढंग से अपने धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराएं और किसी भी तरह की हिंसा से बचें। अधिकारियों का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता के लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है।
कामठी गांव में हर साल दुर्गा मूर्ति स्थापना और त्योहार के दौरान धार्मिक आयोजन होते हैं, लेकिन इस बार विवाद बढ़ जाने के कारण तनाव का माहौल बन गया है। इस घटना ने धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा और सामाजिक सामंजस्य बनाए रखने की चुनौती को उजागर किया है।