जम्मू : स्कूल शिक्षा निदेशालय जम्मू (डीएसईजे) ने रविवार को आदेश जारी करते हुए बताया है कि, जम्मू संभाग के सभी सरकारी और निजी स्कूल 1 सितंबर तक बंद रहेंगे। यह कदम लगातार हो रही भारी वर्षा और भूस्खलन के कारण उठाया गया है। इससे क्षेत्र के पहाड़ी इलाके प्रभावित हो रहे हैं।
सीएम अब्दुल्ला ने किया नुकसान का आकलन
इससे पहले आज जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने रविवार को बादल फटने से प्रभावित रामबन जिले का दौरा कर नुकसान का आकलन किया। उन्होंने कहा कि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में बहाली कार्य में 20 से 25 दिन लगने की उम्मीद है और दोनों तरफ के यातायात के लिए वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने रामबन जिले के मारोग गांव का दौरा किया। यह इलाका हाल ही में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित कई क्षेत्रों में से एक है।
अब्दुल्ला ने कहा, “स्थिति का आकलन किया जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है। राजमार्ग को कई स्थानों पर नुकसान पहुँचा है। हमने संबंधित कंपनी, एनएचएआई और जिला प्रशासन से बात की है और पाया गया है कि हमारे पास एक विकल्प है। हालांकि, जिन स्थानों पर भूस्खलन के कारण सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं, वहाँ मरम्मत में 20-25 दिन लगेंगे। लेकिन अभी हमारे पास एक विकल्प है। इसे दो तरफा यातायात के लिए तैयार किया गया है।
उधमपुर के आसपास के इलाकों को भारी नुकसान हुआ है। अगर इसे बहाल कर दिया जाता है, तो हम यहाँ से यातायात जारी रख पाएँगे।” उन्होंने आगे कहा, “विधायक ने कल मुझसे फ़ोन पर बात की। मैंने तुरंत अपने अधिकारियों से बात की और हमने उनके लिए राहत राशि की घोषणा की। डीसी और एसपी मौके पर पहुँच गए। रेड क्रॉस ने भी व्यवस्था की है। जो भी और ज़रूरत होगी, हम करेंगे।”
बादल फटने से कम से कम चार लोगों की मौत
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ, यूटीडीआरएफ और अन्य बचाव दलों के साथ मिलकर रविवार को रामबन जिले के राजगढ़ तहसील में बादल फटने के बाद अभियान शुरू किया, जहां अचानक आई बाढ़ से कई स्थान प्रभावित हुए और अब तक चार शव बरामद किए गए हैं। जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के राजगढ़ इलाके में शनिवार को बादल फटने से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और एक व्यक्ति लापता हो गया।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रामबन और रियासी जिलों में भारी बारिश के बाद बादल फटने और भूस्खलन में जान गंवाने वाले शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उपराज्यपाल ने स्थिति का आकलन करने के लिए अधिकारियों से बात की और कहा कि पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल कार्यालय ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, “रियासी और रामबन में बादल फटने और बारिश के कारण हुए भूस्खलन से व्यथित हूँ।
शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। वरिष्ठ अधिकारियों से बात की और स्थिति का जायजा लिया। बचाव और राहत कार्य जारी है। प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।”