कोरबा : कोरबा में भूमि अधिग्रहण को लेकर एसईसीएल की मनमानी पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने जमकर हमला बोला। भू-विस्थापितों को समर्थन देते हुए उन्होने कहा कि गरीबों के हक के साथ एसईसीएल प्रबंधन खिलवाड़ ना करें। अगर एसईसीएल प्रबंधन की गुंडागर्दी ऐसे ही चलती रही, तो इस मसले को वे खुद प्रदेश कांग्रेस कमेटी में उठायेंगे और अगली बार कांग्रेस के सभी 35 विधायकों के साथ हरदीबाजार में ही आकर बैठेंगे। भूविस्थापितों के समर्थन में पूर्व सीएम बघेल के इस प्रदर्शन ने एक बार फिर सूबे की राजनीति गरमा गयी है। छत्तीसगढ़ का औद्योगिक नगरी कोरबा जिला वैसे तो कोयला उत्पादन के क्षेत्र में पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ चुका है।
लेकिन इसी काले हीरे की धरती की एक दूसरी विडंबना यहां के भूविस्थापित है, जो कि कोयला खदान के लिए अपनी पुस्तैनी जमीन देने के बाद भी दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर है। अपने हक के लिए लड़ाई लड़ने वाले इन भूविस्थापितों के समर्थन में गाहे-बगाहे बड़े नेता आये तो, लेकिन परिणाम सिफर ही रहा। लेकिन आज पहला मौका था, जब सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद इन भूविस्थापितों के समर्थन में उनके हरदीबाजार गांव पहुंचे। दोपहर के वक्त जब भूपेश बघेल का काफिला हरदीबाजार पहुंचा, तो उनके स्वागत के लिए भले ही एनएसयूआई के नेता बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ मौजूद थे। लेकिन सभा स्थल पर स्वस्फूर्त स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ बघेल को सुनने पहुंची हुई थी।
पूर्व सीएम बघेल ने कहा … SECL गुंडागर्दी करेगा तो बर्दाश्त नही करेंगे !
हरदीबाजार पहुंचे पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने एसईसीएल प्रबंधन की मनमानियों पर जमकर भड़के। उन्होने कहा कि यहां के लोगों ने बताया कि एसईसीएल के अफसर ही जमीन और मकान की नापी करने पहुंच जा रहे है। ये गलत है, जमीन-मकान सीमांकन का काम राजस्व विभाग का है। यदि एसईसीएल ऐसी मनमानी और गुंडागर्दी करेगा तो ये किसी भी कीमत में बर्दाश्त नही किया जायेगा।
कांग्रेस के 35 विधायकों के साथ हरदीबाजार में धरना देने की दी धमकी
भूविस्थापितों के समर्थन में उतरे भूपेश बघेल ने एसईसीएल प्रबंधन की मनमानी पर सीधी चेतावनी दी है। उन्होने कहा कि प्रभावित लोगों को एसईसीएल प्रबंधन जमीन के बदले मुआवजा साल 2004 के हिसाब से आज की तारीख में दे रहा है। ये बिल्कुल भी बर्दाश्त नही किया जायेगा। उन्होने स्पष्ट किया कि ग्रामीण अपनी जमीन देने को तैयार है, लेकिन प्रबंधन पहले उनका उचित विस्थापन, सही मुआवजा और नौकरी दे, इसके बाद जाकर उनका जमीन खाली कराये। बघेल ने चेताते हुए कहा कि यदि एसईसीएल प्रबंधन की मनमानी ऐसे ही चलती रही, तो इस मामले को प्रदेश कांग्रेस कमेटी में रखेंगे। और अगली बार कांग्रेस के सभी 35 विधायकों के साथ हरदीबाजार में ही आकर धरने पर बैठेंगे।
ग्रामीणों ने कहा….जेल में डालने की धमकी देते है, बघेल ने कहा…मेरे बेटे को जेल में डाल दिये क्या हुआ ?
हरदीबाजार पहुंचे पूर्व सीएम बघेल को आंदोलन कर रहे भूविस्थापितों ने बताया कि जब वे अपनी मांग को लेकर आंदोलन करते है, तो उनके खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कर उन्हे जेल भेजने की धमकी दी जाती है। ग्रामीणों की इस बात पर बघेल ने दो टूक शब्दों में कहा कि…..“जेल जाने में डराओ मत यार…..मोर बेटा ल जेल भेज दीन….का होगे, ढाई महीना हो गये। मोर बेटा तो राजनीति में नई रहीस हे, वो अपन खेती-किसानी करये, घर म रहये….कोई राजनीति म नई रहे। लेकिन ओकर बाद भी ओला जेल में डार दिन।” छत्तीसगढ़ी अपने इस संवाद के साथ पूर्व सीएम ने भूविस्थापितों को साफ किया कि सरकार जेल भेजन का डर दिखा सकती है। एक बार जेल गये…..तो फिर सरकार का ये डर भी खत्म।
बघेल ने कहा….महतारी वंदन के नाम पर महिलाओं को सरकार ने ठगा
कोरबा के हरदीबाजार पहुंचे बघेल ने भूविस्थापितों के मंच से साय सरकार पर भी हमला बोला। प्रदेश में बिजली बिल हाफ योजना बंद होने को लेकर बघेल ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि…..बीजेपी की सरकार ने महिलाओं को महतारी वंदन के नाम से एक हजार रूपये दिया। लेकिन बिजली बिल बढ़ोत्तरी करके अब उन्ही महिलाओं से वापस तीन-तीन हजार रूपये वसूल रही है। सरकार ने महिलाओं को सीधे तौर पर ठगा है। वहीं वोट चोरी के मुद्दे पर बघेल ने कहा कि बीजेपी की सरकार ने वोट चोरी कर प्रदेश में अपनी सरकार बना ली। लेकिन फिजूल में लोग महिलाओं को दोष दे रहे थे कि एक हजार के लिए महिलाओं ने कांगेस की सरकार को हरा दिया।