रायपुर : छत्तीसगढ़ में अवैध खनन और माफियाराज को लेकर राजनीति गरमायी हुई है। इसी बीच बीजेपी के विधायक और पूर्व मंत्री रहे अजय चंद्राकर का बयान सामने आया है। मीडिया से चर्चा में उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ में यदि कोई माफियाराज को पनपाने की कोशिश कर रहा है, तो उस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। अजय चंद्राकर के इस बयान ने एक बार फिर सूबे में माफियाराज के संरक्षण और उस पर किये जा रहे एक्शन पर सवाल उठा दिये है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में एक बार फिर खनन माफियाओं का आतंक खुलकर सामने आने लगा है। दूसरे प्रदेशों से छत्तीसगढ़ मेें आकर रेत और अन्य खनिज के अवैध खनन के आरोप लगते रहे है। बलरामपुर में पुलिस जवान की हत्या और राजनांदगांव में अवैध खनन के लिए हुए गोलीकांड से ऐसे ही सूबे की राजनीति गरमायी हुई है। इस बीच बीजेपी के कद्दावर नेता और विधायक अजय चंद्राकर का एक बयान सामने आया है।
मीडिया ने जब उनसे प्रदेश में बढ़ते खनन माफियाओं के आतंक पर सवाल किया, तो उन्होने दो टूक कहा कि…..सरकार निश्चित तौर पर कार्रवाई कर रही है। लेकिन और कड़ी कार्रवाई की जरूरत है। चंद्राकर ने आगे कहा कि माफिया छत्तीसगढ़ की संस्कृति नही है। यदि कोई आदमी माफियाराज को पनपाने की कोशिश करता है, तो उस पर और कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। अजय चंद्रकार के इस बयान के बाद सूबे की राजनीति गरमाना तय माना जा रहा है।
चंद्राकर के इस बयान के बाद गरमायेगी राजनीति
प्रदेश में चल रहे अवैध खनन और माफियाराज को लेकर भले ही अजय चंद्राकर ने सरकार का पक्ष लेते हुए अपना बयान दे दिया है। लेकिन उनके इस बयान ने कई सवाल खड़े कर दिये है। मसलन छत्तीसगढ़ में माफियारा कोई नई बात नही है। इससे पूर्व भी कांग्रेस सरकार में खनन माफियाओं का आतंक पूरे प्रदेश ने देखा है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यहीं है कि आखिर इन माफियाओं को पनपाने की कोशिश पूर्ववर्ती सरकार के लोग कर रहे है या फिर मौजूदा सरकार के अफसर और नेताओं की भी भूमिका संदिग्श है ?
क्योंकि अक्सर देखा गया है कि जब भी अवैध खनन पर कार्रवाई की बात आती है, तब खनिज विभाग पर माफिया मंत्री और विधायक के संरक्षण का दावा करते है। यदि ऐसा है तो क्या सरकार ऐसे अफसर और नेताओं पर एक्शन लेगी ? ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा। लेकिन अजय चंद्राकर के इस बयान के बाद सूबे की राजनीति गरमाना तय माना जा रहा है।