रायपुर : अपनी नौकरी पक्की होने को लेकर संविदा कर्मचारी हमेशा चिंतित रहते हैं। चाहे सरकारी ऑफिस हो या स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाले कर्मचारी हो। सभी बराबर काम करते हैं, लेकिन जब बात आती है सुविधाओं की तो कुछ खास नहीं होता। जिसको लेकर संविदा कर्मचारी जगह जगह पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हैं।
इसी बीच एक बार छत्तीसगढ़ प्रदेश एन एच एम कर्मचारी संघ ने मोर्चा खोल दिया है और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने का फैसला लिया है। छत्तीसगढ़ प्रदेश एन एच एम कर्मचारी संघ ने कल यानी 17 जुलाई को पूरे प्रदेश भर में प्रदर्शन करने का फैसला लिया है। साथ ही कल रायपुर में विधानसभा का घेराव करने का फैसला किया है, जहां प्रदेश भर से NHM कर्मचारी शामिल होंगे। NHM कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष अमित मिरी ने बताया कि 20 बरसों से कर्मचारी काम कर रहे हैं।
NHM कर्मचारी संघ का कहना है कि सरकार बदलती रही, जनप्रतिनिधि मांग पूरी करने आश्वासन देते रहे, लेकिन इन बरसों से NHM कर्मचारियों की मांग पूरी नहीं हो रही है। इससे कर्मचारी काफी परेशान हैं। पहले भी मांग उठाई गई, 100 बार से ज्यादा बार ज्ञापन दिया गया, लेकिन मांग पूरी नहीं हुई है। आज धरना देकर थाली-ताली बजाते रैली निकाली गई। कल 17 जुलाई को रायपुर में विधानसभा का घेराव किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि इसके बाद भी मांग पूरी नहीं हुई तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा।
जानें क्या है संविदा कर्मचारियों की मांग?
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ प्रदेश एन एच एम कर्मचारी संघ की दस सूत्रीय मांग है। जिसमें नियमित भर्ती में सीटों का आरक्षण, अनुकंपा नियुक्ति, मेडिकल एवं अन्य अवकाश की सुविधा, स्थानांतरण नीति पारदर्शी, न्यूनतम दस लाख तक कैशलेस चिकित्सा बीमा सुविधा, संविलियन एवं स्थायीकरण, पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना, ग्रेड पे निर्धारण, कार्य मूल्यांकन व्यवस्था में पारदर्शिता एवं लंबित 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि शामिल है। एन एच एम संघ का कहना है कि मांग पूरी न होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर विचार किया जायेगा।