जबलपुर : मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक सनसनीखेज घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। गढ़ा थाना क्षेत्र के तहत अंबर विहार में शासकीय होम साइंस महिला कॉलेज की प्रोफेसर डॉ. प्रज्ञा अग्रवाल 58 वर्ष की खून से सनी लाश उनके घर के फर्श पर मिली। बॉटनी विभाग की प्रोफेसर डॉ. प्रज्ञा का हाल ही में दमोह से जबलपुर तबादला हुआ था। उनके गले और हाथों पर गहरी चोटों के निशान मिले हैं, जिसके बाद पुलिस ने इस मौत को संदिग्ध मानते हुए जांच शुरू कर दी है।
घटना की जानकारी प्रोफेसर की घरेलू सहायिका ने दी, जो नियमित काम के लिए सुबह उनके घर पहुंची थी। सहायिका ने कमरे में चारों तरफ बिखरा खून और प्रोफेसर की लाश देखकर तुरंत पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम को बुलाया और साक्ष्य एकत्र किए। प्रारंभिक जांच में प्रोफेसर के गले और हाथों पर गहरे कट के निशान मिले, जिससे हत्या की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, पुलिस लूट, आत्महत्या और अन्य सभी संभावित पहलुओं की जांच कर रही है।
एडिशनल एसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया, “मौत की परिस्थितियां संदिग्ध हैं। हम सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल्स और प्रोफेसर के घर आने-जाने वाले लोगों की जांच कर रहे हैं। पोस्टमॉर्टम और फॉरेंसिक रिपोर्ट से मौत के सटीक कारणों का पता चलेगा।” प्रोफेसर अविवाहित थीं और अपने घर में अकेले रहती थीं। उनकी घरेलू सहायिका, जो कई वर्षों से उनके लिए काम कर रही थी, को घर की चाबी सौंपी गई थी और वह दिन में दो से तीन बार घर आती थी।
डॉ. प्रज्ञा के भाई, जो भोपाल में रहते हैं, को इस दुखद घटना की सूचना दी गई है। उन्होंने अपने परिचितों के माध्यम से इसकी जानकारी साझा की। इस घटना ने स्थानीय निवासियों और कॉलेज समुदाय में दहशत फैला दी है।